हमारे 6 किसान भाइयो को मारने का रचा षडयंत्र
5 फरवरी को धार जिले के मनावर क्षेत्र के बोरलाई गाँव में जो घटना हुई उसने पुरे खाती समाज के साथ-साथ पुरे प्रदेश को झगझोड़ कर रख दिया, इस घटना को मीडिया में सिर्फ़ मोब लिंचिंग के रूप में दिखाया जा रहा है लेकिन इस घटना को अंजाम देने के लिए एक पूरा षडयंत्र रचा गया था जिसमें किसान भाईयो को मजदूरो द्वारा अपने गाँव में पैसे लेने के बहाने बुलाकर मारपीट करने और उन पर बच्चा चोर का इल्जाम लगा कर डराने का षडयंत्र था और इसी योजना के तहत उन्होंने गणेश पटेल सहित अन्य 5 किसानों पर हमला कर दिया और यह हमला मजदूरों सहित बोरलाई गाँव के लगभग 300 लोगो ने पत्थरो और लाठियों से किया जिसमे हमारे खाती समाज से गणेश पटेल की मृत्यु हो गई और अन्य 5 किसान गंभीर रूप से घायल हो गए है।
मजदूरों को क्यों देते है एडवांस पैसे ?
मालवा क्षेत्र में खाती समाज के ज्यादातर लोग किसान है और जैसे कि सभी जानते है किसानों को अक्सर अपने खेतो में काम करने के लिए समय पर मजदूर नहीं मिल पाते है जिससे हमारी फसल अक्सर ख़राब हो जाती है और हमें खेती में घाटा होता है इसलिए अक्सर ज्यादातर किसान अपने यहाँ मजदूरों को रखते है और साल भर काम ना होने के बावजूद पुरे साल की मजदूरी मजदूरो को देते है ताकि सीजन पर मजदूरो की कमी के कारण हमारी फ़सल ख़राब ना हो, इसीलिए उज्जैन जिले के गणेश पटेल व अन्य किसानों ने अपने यहाँ मजदूरी करने के लिए मजदूरों को करीब 2-3 लाख रू. एडवांस दिए थे, यह मजदूर अक्सर अपनी गरीबी का रोना रोकर पहले एडवांस पैसे लेते है और फिर अपने गावों में जाकर छुप जाते है और जब काम करने का या पैसे लोटाने का बोलते है तो यह उसमे आना कानी करते है।
कैसे दिया घटना को अंजाम
धार जिले के मनवार क्षेत्र के मजदूरों ने मजदूरी करने के लिए उज्जैन और इंदौर ज़िले के कुछ किसानों से लगभग 2-3 लाख रू. एडवांस लिए और कुछ दिन काम करके अपने गाँव भाग गए, किसानों ने मजदूरों को काम पर आने को कहा तो मजदूरों ने कुछ दिनों तक हा ना करके काम पर आने से मना कर दिया, इस पर किसानों ने अपने पैसे वापस मांगे जिस पर कई दिनों तक आना कानी करने के बाद और षडयंत्र बनाने के बाद मजदूरों ने किसानों को अपने गाँव आ कर पैसे लेजाने को कहा , किसानों को पहले से अंदेशा था (क्योकि कई बार इस क्षेत्र के मजदूर ऐसा कर चुके है ) इसलिए उन्होंने पुलिस को बताया , पुलिस ने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया, जिस कारण किसान अपने पैसे लेने मजदूरों के गाँव गए , जैसे ही किसान गाँव में पहुचें पहले से घात लगाये बैठे मजदूरों और उनके साथियों ने उनसे विवाद किया और किसानों पर पथराव कर दिया, किसानों ने विवाद बढता देख वापस आने का निर्णय लिया जिस पर मजदूरो ने उन पर पथराव कर दिया और लाठिया लेकर उनके पीछे दोड़ पड़े और आगे के गांवों में अपने साथियों को फ़ोन करके हमला करने को कहा , जैसे ही किसान बोरलाई गाँव पहुचे सभी ने बच्चा चोर बच्चा चोर कह कर किसानों पर लाठियों और पत्थरों से हमला कर दिया और षडयंत्रकारी लोगो ने उन्हें तब तक बेरहमी से पीटा जबतक कि वह बेसुद ना हो गये। किसानों ने अपने पर हमला होते देख पहले ही पुलिस को फ़ोन कर दिया है , जब हत्यारे गाँव वाले किसानों को पीट रहे है तब पुलिस भी मौजूद थी, पुलिस के पास बन्दुक भी थी फिर भी पुलिस वालो ने बन्दुक का प्रयोग नहीं किया जिससे हमारे किसान भाई बुरी तरह घायल हो गए और गणेश पटेल की दर्दनाक मौत हो गई बाकि सभी घायल भाईयो को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
यह है हमला करने वाले
अब हमारी ( खाती समाज की ) क्या मांग है ?
अभी तक video में दिख रहे सभी हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है कुछ डरपोक कायर लोगों के गुजरात भागने की खबर मिली है khati samaj की मांग है कि video में दिख रहे हर व्यक्ति जिसने एक कंकर भी मारा हो उसे गिरफ्तार किया जाए और सभी आरोपियों को फ़ासी की सज़ा या कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाए और मृतक स्वर्गीय गणेश पटेल के परिवार को 1 करोड़ की आर्थिक सहायता और 1 सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाये ताकि परिवार अपना जीवन व्यतीत कर पायें।
समाज के सभी लोगो में इस निर्मम निंदनीय हत्या से आक्रोशित है हम लोंग हमारें भाइयो को न्याय दिलाने में सक्षम है और ताकत भी रखते है किन्तु कानून और शासन का मान रखते हुए शासन से निवेदन करते है कि हमें जल्दी से जल्दी न्याय मिले।
यह आवाज सभी लोगो तक पहुचने के लिए share जरुर करें।
जय जवान – जय किसान ! जय जगदीश